Download Kumar Sanu & Roop Kumar Rathod - Barsaat Ke Mausam Mein MP3 free only at Ultra Musicas. Kumar Sanu & Roop Kumar Rathod - Barsaat Ke Mausam Mein released on album Naajayaz in 1995 by Kumar Sanu & Roop Kumar Rathod. You can download songs Kumar Sanu & Roop Kumar Rathod - Barsaat Ke Mausam Mein MP3 through download button below.
Title | Barsaat Ke Mausam Mein |
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Artist | Kumar Sanu & Roop Kumar Rathod |
Album | Naajayaz |
Year | 1995 |
Duration | 8:45 |
File Size | 8.01 MB |
File Type | MP3 |
Audio Summary | 44100 Hz, stereo, s16p, 192 kb/s |
Source | YouTube Music |
song lyrics Kumar Sanu & Roop Kumar Rathod - Barsaat Ke Mausam Mein
हम्म, बसात के मौसम में
हम्म हम्म
तन्हाई के आलम में
हम्म हम्म
बरसात के मौसम में
तन्हाई के आलम में
मैं घर से निकल आया
बोतल भी उठा लाया
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
जी लेने दो
भरी बरसात में पि लेने दो
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
जी लेने दो
भरी बरसात में पि लेने दो
हम्म, बसात के मौसम में
हम्म हम्म
तन्हाई के आलम में
हम्म हम्म
बरसात के मौसम में
तन्हाई के आलम में
मैं घर से निकल आया
बोतल भी उठा लाया
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
जी लेने दो
भरी बरसात में पि लेने दो
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
जी लेने दो
भरी बरसात में पि लेने दो
मुझे टुकड़ों में नहीं जीना है
क़तरा क़तरा तो नहीं पीना है
हो, मुझे टुकड़ों में नहीं जीना है
क़तरा क़तरा तो नहीं पीना है
हो, आज पैमाने हटा दो यारों
हाँ, सारा मैकाना पिला दो यारों
मैकदों में तो पीया करता हूँ
मैकदों में तो पीया करता हूँ
चलती राहों में भी पि लेने दो
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
जी लेने दो
भरी बरसात में पि लेने दो
मेरे दुश्मन हैं ज़माने के गम
बाद पिने के ये होंगे काम
मेरे दुश्मन हैं ज़माने के गम
बाद पिने के ये होंगे काम
हो, ज़ुल्म दुनिया के न सह पायूंगा
बिन पिए आज न रह पायूंगा
मुझे हालात से टकराना है
मुझे हालात से टकराना है
ऐसे हालात में पि लेने दो
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
जी लेने दो
भरी बरसात में पि लेने दो
आज की शाम बड़ी बोझल है
आज की रात बड़ी क़ातिल है
हो, आज की श्याम बड़ी बोझल है
आज की रात बड़ी क़ातिल है
हो, आज की श्याम ढलेगी कैसे
हाँ, आज की रात कटेगी कैसे
आग से आग बुझेगी दिल की
आग से आग बुझेगी दिल की
मुझे ये आग भी पि लेने दो
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
जी लेने दो
भरी बरसात में पि लेने दो
हम्म, बसात के मौसम में
हम्म हम्म
तन्हाई के आलम में
हम्म हम्म
बरसात के मौसम में
तन्हाई के आलम में
मैं घर से निकल आया
बोतल भी उठा लाया
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
जी लेने दो
भरी बरसात में पि लेने दो
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
जी लेने दो
भरी बरसात में पि लेने दो
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
जी लेने दो
भरी बरसात में पि लेने दो
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
जी लेने दो
भरी बरसात में पि लेने दो